मुहब्बत हूँ

वो अजनबी था लेकिन हँसी शाम लिख गया चुपचाप मेरे दिल पे अपना नाम लिख गया थी बात उसकी महकी बहकती हुई अदा मुहब्बत हूँ मुहब्बत हूँ सरे आम लिख गया