KMM Home » muktak » पी के मस्त रहता हूँ पी के मस्त रहता हूँ तेरे बगैर भी देखो जी के मस्त रहता हूँ तुझे सोचकर भी होंठ सी के मस्त रहता हूँ ये और बात है कि तनहा रह नहीं सकता दोस्ती जाम से की और पी के मस्त रहता हूँ