gazal


करती है लाखों प्यादे बहाल जिन्दगी।
चलती है मगर अपनी ही चाल जिन्दगी॥
अभी मौज मस्ती में खो गये हो तुम।
पुछेगा तुमसे एक दिन सवाल जिन्दगी॥
गैरों के गम में खुशियाँ तूभर दे अगर।
तुझको भी करेगा मालामाल जिन्दगी॥
जो झुठ और फरेब के तू साथ जाएगा।
बेशक तो होगी एक दिन बबाल जिन्दगी॥
वतन के वास्ते अगर तू काम आयेगा।
तो मौत के बाद भी है कमाल जिन्दगी॥