KMM Home » love » poem » एक 'पल' एक 'पल' _वक्त बदलते रहता हैचलते रहता हैअनवरतनिरंतरलगातारघंटे, दिन, महीने, सालमगर कभी कभीएकदम से जिद्दी हो जाता हैएक 'पल'जिसकी रफ्तार बंध जाती है धड़कनों के साथतब आप कह सकते हैंआई एम इन लवशम्भू साधारण